स्वस्तिवाचन मंत्र, स्वस्ति वाचन मंत्र- अर्थ, विधि और इतिहास

स्वस्ति वाचन मंत्र भारतीय धार्मिक और आध्यात्मिक परंपराओं में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह मंत्र विशेष अवसरों पर शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने के लिए पढ़ा जाता है।  यह मंत्र भगवान गणेश,भोलेनाथ , विष्णु , देवी सरस्वती, और अन्य देवताओं को समर्पित होता है और उनसे आशीर्वाद और सफलता की प्रार्थना करता … Read more

श्री गणेश आरती Lyrcis, विधि और Shri Ganesh Aarti PDF

गणेश जी, जिन्हें विघ्नहर्ता, सुखकर्ता और ज्ञान के देवता के रूप में जाना जाता है, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। गणेश जी की आरती उनकी पूजा का एक अभिन्न अंग है, जो भक्ति और श्रद्धा का प्रतिक है। गणेश आरती का उच्चारण करने से मानसिक शांति, सुख-समृद्धि, और हर प्रकार की बाधाओं … Read more

हनुमान चालीसा कब और कैसे पढ़ें

हनुमान चालीसा का हमारे धार्मिक जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। यह गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है जिसमें भगवान हनुमान के प्रति श्रद्धा और समर्पण का वर्णन है। आइए जानते हैं हनुमान चालीसा को कब और कैसे पढ़ा जाना चाहिए। हनुमान चालीसा का महत्व हनुमान चालीसा को भगवान हनुमान की स्तुति … Read more

सपने में शिवलिंग की पूजा करना

सपने में शिवलिंग की पूजा करना : सपने मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये हमें हमारे अवचेतन मन की गहराइयों में छिपे विचारों और भावनाओं को समझने का अवसर देते हैं। सपनों के माध्यम से हम अपनी मानसिक स्थिति, इच्छाओं और डर को बेहतर समझ सकते हैं। हिंदू धर्म में शिवलिंग का विशेष … Read more

सुंदरकांड के अध्याय, उसका अर्थ और FAQ

सुंदरकांड, रामचरितमानस का वह हिस्सा है जो न केवल अपनी कथा की महिमा के लिए प्रसिद्ध है बल्कि उसमें छिपी भक्ति और साहस की भावना के लिए भी। यह कांड विशेष रूप से भगवान हनुमान के साहसिक कारनामों को दर्शाता है। इस लेख का उद्देश्य सुंदरकांड के गूढ़ अर्थ और उसकी कथा को हिंदी में … Read more

सुंदरकांड और हनुमान चालीसा में क्या अंतर है ?

सुंदरकांड और हनुमान चालीसा, दोनों ही हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथ हैं, जो भगवान हनुमान की महिमा का वर्णन करते हैं। इन दोनों ग्रंथों का अध्ययन और पाठ भक्तों के बीच अत्यंत लोकप्रिय है। इस लेख में, हम इन दोनों ग्रंथों के बीच के अंतर को विस्तार से समझेंगे। सुंदरकांड का परिचय सुंदरकांड, रामचरितमानस का … Read more

21 दिनों तक सुंदरकांड पढ़ने के क्या फायदे हैं?

यहाँ हम सुंदरकांड के 21 दिनों तक लगातार पाठ करने के क्या फायदे है इस विषय पे चर्चा करेंगे। सुंदरकांड, श्रीरामचरितमानस का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जिसे गोस्वामी तुलसीदास ने लिखा था। इसमें भगवान हनुमान के अद्वितीय पराक्रम और भक्तिभाव का वर्णन किया गया है। सुंदरकांड का नियमित पाठ, विशेषकर 21 दिनों तक, भक्तों के … Read more

रामायण में कुल कितने कांड हैं?

महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण एक प्राचीन और महत्त्वपूर्ण महाकाव्य है, जो भगवान राम के जीवन और उनकी लीलाओं का वर्णन करता है। यह महाकाव्य सात कांडों (अध्यायों) में विभाजित है, प्रत्येक कांड में भगवान राम के जीवन के विभिन्न चरणों और घटनाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन मिलता है। आइए इन सात कांडों के बारे में … Read more

सुंदरकांड पाठ की विधि

सुंदरकांड का पाठ हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र माना जाता है। यह रामचरितमानस के पांचवें अध्याय का वर्णन करता है और इसमें भगवान हनुमान की वीरता और भक्ति की कथा सुनाई जाती है। सुंदरकांड के पाठ की विधि हमने निचे बताई है। आवश्यक सामग्री: तैयारी कैसे करें पाठ की विधि क्या है विशेष … Read more

मंगलवार को सुंदरकांड पाठ करने का महत्व

सुंदरकांड का परिचय सुंदरकांड, रामचरितमानस का पांचवां अध्याय है, जिसे गोस्वामी तुलसीदास ने रचा है। इसमें भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त हनुमानजी की वीरता, बुद्धिमत्ता और समर्पण का वर्णन है। हनुमानजी ने अपने साहस और भक्ति से माता सीता को लंका से सुरक्षित वापस लाने का संकल्प लिया था। सुंदरकांड में हनुमानजी के कार्यों और … Read more